Bihar Horticulture Fasal Yojana 2024: बिहार सरकार द्वारा राज्य के किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती हैं, जिनसे किसानों की आय में वृध्दि हो पाती है। इसी दिशा में सरकार द्वारा एक और नई योजना को शुरू किया गया है। जिसे मुख्य रूप से राज्य में “विशेष उद्यानिकी फसल योजना” के नाम से जाना जा रहा है। इस योजना के माध्यम से सरकार बिहार में किसानों को चाय की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
हम जानते है की वर्तमान में असम, गुवाहाटी, दार्जिलिंग और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में ही चाय की कहती की जाती है। मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने राज्य में चाय की खेती को बढ़ाने के लिए एवं किसानों की आय दुगनी करने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत किसानों को चाय की खेती करने पर 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। यदि आप भी इस योजना में आवेदन के लिए इच्छुक हैं। तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।
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Bihar Horticulture Fasal Yojana 2024

बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी द्वारा हाल ही में एक नई योजना को शुरू किया है। किसानों की आय में वृध्दि करने हेतु एवं बिहार राज्य में चाय की खेती को बढ़ावा देने हेतु इस योजना का संचालन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत बिहार सरकार चाय के क्षेत्र का विस्तार करने के लिए किसानों को सब्सिडी दे रही है। वर्तमान में बिहार में लगभग 25000 हैक्टेयर में चाय की खेती की जाती है। इसी में उन्नति करने हेतु इस योजना के लिए मुख्य रूप से चार जिलों का चयन किया गया है।
इस योजना का उद्देश्य
सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य बिहार राज्य में चाय की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है और चाय की खेती को बढ़ावा देना है। वर्तमान में बिहार राज्य देश का 5वा ऐसा राज्य है। जहाँ सबसे अधिक चाय की खेती होती है। किसानों की आय में वृध्दि के लिए एवं चाय की खेती में उन्नति के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत 150 हेक्टेयर में चाय की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक हेक्टेयर में चाय की खेती के लिए 15526 पौधों की जरूरत होगी. सरकार की ओर से इस योजना पर 9 करोड़ 49 लाख रुपये खर्च किए जाएगे।
विशेष उद्यानिकी फसल योजना में कितनी सब्सिडी मिलेगी?
मुख्यमंत्री जी द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत चाय की खेती के लिए किसानों को बिहार सरकार 50% सब्सिडी वितरित की जा रही है। चाय की खेती करने के लिए 4 लाख 94 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर लागत तय किया गया है। इस पर चाय की खेती करने पर किसानों को लागत की 50 प्रतिशत सब्सिडी यानी 2 लाख 47 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। बता दें कि ये राशि किसानों को 2 किश्तों में यानी 75:25 अनुपात में दी जाएगी।
योजना की पात्रता
इस योजना में राज्य के केवल चार जिलों के किसान ही आवेदन कर सकते हैं। जो निम्नलिखित हैं:-
- अररिया
- सुपौल
- पूर्णिया
- कटिहार
Bihar Horticulture Fasal Yojana में आवेदन कैसे करें?
- सर्वप्रथम बिहार उद्यानिकी विभाग के पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- होमपेज पर “आवेदन करें” के विकल्प पर क्लिक करें।
- क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा।
- यह एक फॉर्म होगा इस फॉर्म में पूँछी गई सभी जानकारी दर्ज करें।
- अब आवश्यक दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करें।
- अंत में सबमिट के बटन पर क्लिक करके आवेदन करें।
इस इस इस योजना के लाभार्थी किसानों को सरकार की तरफ से डीबीटी के माध्यम से अनुदान की राशि भेजी जाएगी। इसलिए किसानों को पहले डीबीटी का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। 13 संख्या के डीबीटी नंबर के लिए किसानों को इस लिंक https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।